एक नयी शुरुआत
जब मैं छोटा था तो हमेशा नए क्लास में जाने को लेकर बहुत उत्साहित रहता था, नयी किताबें, नयी नोटबुक (बचपन में हम कॉपी कहते थे), इससे ज्यादा नया तो नहीं मिल पाता था. पेंसिल बॉक्स और बस्ता तो हर साल नया नहीं मिल पाता था. नया पेंसिल बॉक्स मुझे मेरे जन्मदिन पे मिलता था कई बार, याद है मुझे. प्लास्टिक के पेंसिल बॉक्स नए नए आये थे बाजार में और महंगे होते थे, हमें टिन वाले से काम चलना पड़ता था, पर उसमें भी बहुत ख़ुशी होती थी. नयी यूनिफार्म (जिसे हम बचपन में ड्रेस कहते थे) भी मिल जाती थी किसी साल, किसी साल पिछले साल वाले से भी काम चलना पड़ता था. १-५ तक एक जैसी ही यूनिफार्म थी, सफ़ेद कमीज़ और नीला पैंट; मैंने तो हाफ पैंट ही पहना, फुल पैंट की गुज़ारिश करते रहे पर मिली नहीं. ६-८ में सफ़ेद कमीज़ और खाकी पैंट. सातवें या आठंवे में आके मिली मुझे फुल पैंट. हाँ तो वापस आते हैं नए क्लास में जाने की ख़ुशी को लेकर, कुछ अलग उत्साह होता था, शुरू के २-४ दिन थोड़ा अफ़सोस भी होता था छुट्टियों के ख़तम होने का, लेकिन ज्यादा दिन नहीं टिकता था. पुरानी कॉपी किताबें सब पीछे छूट जाती थीं. हर साल क्लास में २-४ नए बच्चे भी आते थे और कुछ चले भी जाते थे. कुल मिलाके एक बहुत उत्साह, एक नयी उमंग का समय होता था. ज्यादातर ये उत्साह बना रहा मेरे पूरे पढाई के कार्यकाल में. थोड़ा बहुत काम हुआ स्कूल के मुकाबले.
फिर जब नौकरी शुरू कर दी तो नयी नौकरी जब भी ज्वाइन करता था तो वही एक नया जोश महसूस करता. शुरुआत के दिन थोड़े चुनौती भरे होते थे, नए काम को समझना, नयी उम्मीदों को समझना, लेकिन वो जोश वो उमग और उत्साह बना रहा. नयी कंपनी ज्वाइन करने के शुरुआत के दिनों की सबसे बड़ी चुनौती लगती थी कि लंच किसके साथ किया जाए. मुझे कम से कम एक दोस्त बनाने में कभी दिक़्क़त नहीं हुई किसी भी कंपनी में और ये शुरुआत के एक महीने में हो जाता था. उसके बाद वो दोस्ती लम्बी चली, कम से कम उस कंपनी में तो रही ही.
अब मैं जब पीछे मुड़ के देखता हूँ तो सोचता हूँ कि मुझे हमेशा चीज़ों को नए सिरे से शुरू करने में एक अलग मज़ा आता है और शायद इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि स्लेट पूरी तरह साफ़ है, उसपे कुछ लिखा नहीं है, कुछ मिटाये हुए के धब्बे भी नहीं हैं. नए सिरे से किसी चीज़ को शुरू कर पाना अपने आप में एक बहुत बड़ा प्रिविलेज है. और अपने आप में एक बहुत बड़ा साहस भी. कुछ नए सिरे से शुरू करना मतलब बदलाव. बदलाव एक बहुत अनोखी चीज़ है. कुछ लोग होते हैं जो अपनी ज़िन्दगी जैसे चल रही है वैसे ही चलने देना चाहते हैं, उनको बदलाव पसंद नहीं हैं. ऐसे लोग अगर अपनी ज़िन्दगी में जो घटित हो रहा है उससे खुश हैं तो मुझे उनसे कोई आपत्ति नहीं, लेकिन अगर आप खुश भी नहीं हैं और बदलाव लाने के लिए भी तैयार नहीं हैं, कुछ नए सिरे से शुरू करने को भी तैयार नहीं हैं तो काम नहीं बनेगा.
मैंने हमेशा अपने आप को बदलाव के लिए उत्साहित पाया है, बल्कि जब कुछ बदलाव नहीं होता तो ज़िन्दगी बहुत एक नीरस हो जाती है. मुझे नीरस ज़िन्दगी में कोई दिलचस्पी नहीं है. जब आप कुछ नया शुरू करते हैं तो जो पुराना है, जिसमे कुछ गलतियां की थी, उनको सुधारा गया था, या कहीं स्याही फैल गयी थी, या कहीं पन्ना फट गया था, या कोई कॉपी खो गयी थी, या कोई किताब जो मिल नहीं रही है, या आप कुछ किसी तरीके से करना चाहते थे और वैसे नहीं हुआ, कुछ पुरानी टीस हैं, कुछ असफलताएं हैं, कुछ अफ़सोस हैं, इनसे आगे बढ़ने का मौका मिलता है. और आगे बढ़कर ज़िन्दगी के नए रंग ढूंढना मुझे हमेशा रोमांचित करता है.
मैंने अपनी ज़िन्दगी भरपूर जी है. हज़ारो लोगो से मिला हूँ, जाने कितने देश और शहर घूमे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि कितना कुछ और करना था जो मैंने नहीं किया, अगर मैं वही करता रहूंगा जो मैं करता रहा हूँ तो कितना कुछ छूट जायेगा. मैंने किताबें पढ़ना बहुत देर से शुरू किया, लिखना तो और देर से शुरू किया. देश दुनिया के दर्शन के मामले में अभी शैशव हूँ. तो अगर कुछ बदलाव नहीं करूंगा तो सोच में, ज़िन्दगी जीने के तरीके में, तो बहुत कुछ छूट जायेगा.
हम सब कुछ नया हमेशा शुरू कर सकते हैं, सब कुछ नए सिरे से नहीं शुरू किया जा सकता लेकिन बहुत कुछ किया जा सकता है. अगर आपके पास बहुत सारा साहस है तो शायद सब कुछ नए सिरे से शुरू किया जा सकता है. बहुत से लोग ये मान चुके होते हैं की उनकी ज़िन्दगी में कुछ नया नहीं हो सकता, ऐसा है नहीं. ठीक से देख्नेगे तो आप पाएंगे की आप बहुत कुछ नए सिरे से शुरू कर सकते हैं. लिखना, पढ़ना, घूमना, खाना बनाना, पॉडकास्ट करना, नयी नौकरी करना, नया बिज़नेस करना, नए दोस्त बनाना और न जाने क्या क्या. मेरा हमेशा से मानना है कि Life is not meant to be lived in circles (इस बात को हिंदी में कह पाना भावार्थ के साथ थोड़ा मुश्किल लगा इसलिए इंग्लिश में), तो अपने दायरे तोड़िये और कुछ नए करने का आनंद लीजिये.